जरूरी बात: क्या प्राइवेसी की खामियां छिपा रहा व्हाट्सएप, रेडियो-टीवी और अखबार में विज्ञापनों का क्या मतलब?

जरूरी बात: क्या प्राइवेसी की खामियां छिपा रहा व्हाट्सएप, रेडियो-टीवी और अखबार में विज्ञापनों का क्या मतलब?

रेडियो से लेकर टीवी और अखबार के साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे यूट्यूब भी व्हाट्सएप के विज्ञापन से भरे पड़े हैं। यूट्यूब पर आपने वो दादा-दादी की एनिवर्सरी वाला विज्ञापन देखा ही होगा।

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